मित्रों इस पोस्ट में Buddh Vani PDF दिया जा रहा है। आप नीचे की लिंक से Buddh Vani PDF Download कर सकते हैं और आप यहां से Uddhav Sandesh PDF In Hindi Download कर सकते हैं।
Buddh Vani PDF
मूर्खो के सहवास से दूर रहना, सत्पण्डितो का सत्सग करना, और पूज्यजनो को पूजना ही उत्तम मंगल है। अनुकूल प्रदेश का वास, पुण्यो का संचय और सन्मार्गो में मन की दृढता यही उत्तम मंगल है। विद्या ओर कला का सपादन, सदव्यवहार का अभ्यास तथा समयोचित भाषण यही उत्तम मंगल है।
माता-पिता की सेवा, स्त्री-पुत्रादि की संभाल और व्यवस्थित रीति से किये हुए कर्म यही उत्तम मंगल है। आदर, नम्रता, संतुष्टि, कृतज्ञता और बारबार सद्धर्म का सुनना यही उत्तम मंगल है। क्षमा, मधुर भाषण, संतो का सत्सग और बारबार धर्मचर्चा यही उत्तम मंगल है।
तप, ब्रह्मचर्य, आर्यसत्यो का ज्ञान तथा निर्वाणपद का साक्षात्कार यही उत्तम मंगल है। पहला आर्यंसत्य दुख है। जन्म दुख है, जरा दुख है, व्याधि दुख है, मृत्यु दुख है, अप्रिय का मिलना दुःख है प्रिय का बिछुडना दुख है जिसे चाहे वह न मिले तो वह भी दुख है।
सक्षेप में, रूप, वेदना, सज्ञा, संस्कार और विज्ञान यह पचोपादान स्कंध ही दुख है। दुःखसमुदय नाम का दूसरा आर्यसत्य यह तृष्णा है, जो पुनर्भाविद दुख का मूल कारण हैं। यह तृष्णा राग के साथ उत्पन्न हुई है। सांसारिक उपभोगो की तृष्णा, स्वर्गलोक में जाने की तृष्णा। डाउनलोड करने के लिए नीचे दी गयी बटन पर क्लिक करे।
Buddh Vani PDF Download
पुस्तक का नाम | गौतम बुद्ध की सूक्तियों का संग्रह Pdf |
पुस्तक के लेखक | वियोगी हरि |
भाषा | हिंदी |
साइज | 3.2 Mb |
पृष्ठ | 160 |
Note- हम कॉपीराइट का पूरा सम्मान करते हैं। इस वेबसाइट Pdf Books Hindi द्वारा दी जा रही बुक्स, नोवेल्स इंटरनेट से ली गयी है। अतः आपसे निवेदन है कि अगर किसी भी बुक्स, नावेल के अधिकार क्षेत्र से या अन्य किसी भी प्रकार की दिक्कत है तो आप हमें [email protected] पर सूचित करें। हम निश्चित ही उस बुक को हटा लेंगे।
मित्रों यह पोस्ट Buddh Vani PDF आपको कैसी लगी जरूर बताएं और इस तरह की दूसरी पोस्ट के लिए इस ब्लॉग को सब्स्क्राइब जरूर करें और इसे शेयर भी करें और फेसबुक पेज को लाइक भी करें, वहाँ आपको नयी बुक्स, नावेल, कॉमिक्स की जानकारी मिलती रहेगी।