गीता प्रेस गोरखपुर की पुस्तकें pdf | Gita Press Gorakhpur Pustaken Pdf

नमस्कार मित्रों, इस पोस्ट में हम आपको Gita Press Gorakhpur Pustaken देने जा रहे हैं, आप नीचे की लिंक से इसे डाउनलोड कर सकते हैं और यहां से Paramanovigyan Hindi Pdf डाउनलोड कर सकते हैं।

 

 

 

 

Gita Press Gorakhpur Pustaken Pdf

 

 

 

 

 

Gita Press Gorakhpur Pustaken Download

 

 

 

 

 

बड़े भाग्य से यह मनुष्य शरीर मिला है। सब ग्रंथो ने यही कहा है कि यह शरीर देवताओ को दुर्लभ है और बड़ी कठिनता से मिलता है। यह साधना का धाम और मोक्ष का दरवाजा है। इसे प्राप्त कर जिसने परलोक न  बना लिया।उस परलोक में दुःख मिलता है, सिर पीटकर पछताता है तथा अपना दोष न समझकर काल पर, कर्म पर और ईश्वर पर मिथ्या दोष लगाता है।

 

 

 

 

हे भाई! इस शरीर के प्राप्त होने का फल विषय भोग नहीं है। इस जगत के भोग की तो बात ही क्या? स्वर्ग का भोग भी थोड़ा है और अंत में दुःख देने वाला है। अतः जो लोग मनुष्य शरीर प्राप्त करने पर भी विषयो में मन लगाते है, वह मुर्ख अमृत के बदले में विष लेते है।

 

 

 

 

जो पारस मणि को खोकर बदले में गुंजा ‘घुंघची’ लेता है, उसको कभी कोई बुद्धिमान नहीं कहता है। यह अविनाशी जीव ‘अंडज, स्वेदज, जरायुज, उद्भिज्ज’ चार खानो और चौरासी लाख योनियों में चक्कर लगाता रहता है। माया की प्रेरणा से काल, कर्म, स्वभाव और गुण से घिरा हुआ यह सदा ही भटकता रहता है।

 

 

 

 

योग वशिष्ठ Download
श्रीएकनाथ-चरित्र Download
श्रीमद देवी भागवत पुराण Download
भगवान राम भाग १ Download
श्री श्रीचैतन्य चरितावली Download
प्रेम संगीत Download
शिव पुराण Download
शिव पार्वती विवाह Download
शिव महापुराण बुक Download
आदर्श रामायण Download

 

 

 

 

यह मात्र पाठको की सहायता के लिये इंटरनेट पर मौजूद ओपन सोर्स से लिया गया है। अगर किसी को इस वेबसाइट पर दिये गए किसी भी Pdf Books से कोई भी परेशानी हो तो हमें newsbyabhi247@gmail.com पर संपर्क कर सकते हैं, हम तुरंत ही उस पोस्ट को अपनी वेबसाइट से हटा देंगे।

 

 

 

मित्रों यह पोस्ट Gita Press Gorakhpur Pustaken आपको कैसी लगी, कमेंट बॉक्स में जरूर बतायें।

 

 

Leave a Comment