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Hast Rekha Gyan Hindi Pdf



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हस्त रेखा ग्यान in Hindi Pdf
हस्तरेखा की दुनिया में सबसे महान नाम ज्योतिषाचार्य कीरो का है। भारत में वैज्ञानिक तरीके से हस्तरेखा से जुडी अधिकतर किताबे कीरो ने ही लिखी है। कीरो को हस्तरेखा ज्योतिष का ज्ञान भारत में ही प्राप्त हुआ था और फिर उन्होंने इसे विदेशो में फैलाया।
हस्तरेखा के माध्यम से आपके जीवन की भूतकाल और भविष्यकाल के घटनाओ और अन्य चीजों के बारे में जाना जा सकता है। हथेली 7 बड़ी और 7 छोटी मुख्य रेखाएं होती है जिसमे हृदय रेखा, भाग्य रेखा, मष्तिष्क रेखा, जीवन रेखा, भाग्य रेखा, सूर्य रेखा, स्वास्थ्य रेखा होती है।
छोटी रेखाएं मंगल रेखा, चंद्र रेखा, विवाह रेखा, निष्कृष्ट रेखा और तीन मणिबंध रेखाएं होती है। इन रेखाओ के माध्यम से वैवाहिक जीवन, स्वास्थ्य, मष्तिष्क की दशा आदि के बारे में जाना जा सकता है।
सिर्फ पढ़ने के लिए——-
मुनि ने जो शाप मुझे दिया सो बहुत ही अच्छा किया। मैं उसे अत्यंत अनुग्रह मानती हूँ कि जिसके कारण मैंने संसार से छुड़ाने वाले श्री हरि को नेत्र भर कर देखा।
इसी आपके दर्शन को शंकर जी सबसे बड़ा लाभ समझते है। हे प्रभो! मेरी बुद्धि बहुत भोली है, मेरी एक विनती है। हे नाथ! मैं और कोई वर नहीं मांगती, केवल यही चाहती हूँ कि मेरा मन रूपी भौरा, आपके कमलरज रूपी प्रेम के रस का सदा पान करता रहे।
4- जिन चरणों से परम पवित्र गंगा जी प्रकट हुई, जिन्हे शिव जी ने सिर पर धारण किया और जिन चरणों को ब्रह्मा जी पूजते है। कृपालु हरि आपने उन्ही चरणों को मेरे सिर पर रखा।
इस प्रकार से स्तुति करती हुई, बार-बार भगवान के चरणों में गिरकर, जो मन में बहुत ही अच्छा लगा, उस वर को पाकर गौतम की स्त्री अहल्या आनंद से सराबोर होकर अपने पति के लोक को चली गई।
दोहा का अर्थ-
प्रभु श्री राम जी लक्ष्मण सहित बाग़ और सरोवर को देखकर हर्षित हुए। यह बाग़ परम रमणीय है, जो सारे जगत को सुख देने वाले श्री राम जी को सुख दे रहा है।
चौपाई का अर्थ-
1- चारो ओर दृष्टि डालकर और मालियो से पूछकर वह प्रसन्न मन से पत्र पुष्प लेने लगे उसी समय सीता जी वहां आयी। माता ने उन्हें गिरिजा जी की पूजा के लिए भेजा था।
2- साथ में सब सुंदरी सयानी सखियां है और वह मनोहर वाणी से गीत गा रही है। गिरिजा जी का मंदिर सरोवर के पास ही सुशोभित है, जिसका वर्णन नहीं किया जा सकता है। देखकर मन मोहित हो जाता है।
3- सखियों के साथ सरोवर में स्नान करके सीता जी प्रसन्न मन से गिरिजा जी के मंदिर में गयी, उन्होंने बड़े प्रेम से पूजा की और अपने योग्य सुंदर वर माँगा।
4- एक सखी सीता जी का साथ छोड़कर फुलवारी देखने चली गई थी। उसने जाकर दोनों भाइयो को देखा, और प्रेम विह्वल होकर सीता जी के पास आयी।
रामराज्य में कोई शत्रु नहीं है। इसलिए जीतो शब्द केवल मन को जीतने के लिए ही कहा जाता है। कोई अपराध नहीं करता है इसलिए किसी को दंड नहीं होता है।
दंड शब्द केवल सन्यासियों के हाथ में रहने वाले दंड के लिए रह गया है तथा सभी अनुकूल होने के कारण भेद नीति की आवश्यकता ही नहीं रह गई भेद शब्द केवल सुर-ताल के भेद के लिए काम आता है।
चौपाई का अर्थ-
वन में वृक्ष सदा फूलते और फलते रहते है। हाथी और सिंह बैर भूलकर एकसाथ रहते है। पक्षी और पशु सभी ने स्वाभाविक बैर भुलाकर आपस में प्रेम बढ़ा लिया है।
सभी मीठी बोली बोलते है। अनेक प्रकार के पशु के समूह वन में निर्भय होकर विचरते है और आनंद करते है। शीतल, सुगंधित और मंद पवन बहता रहता है।
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