मित्रों इस पोस्ट में हम आपको 70 + Hindi Novels Pdf देने जा रहे हैं, आप नीचे की लिंक से Hindi Novels Pdf Free Download कर सकते हैं और यहां से The Secret Book in Hindi Pdf Download कर सकते हैं।
Best Hindi Novels Pdf
Note- इस वेबसाइट पर दिये गए किसी भी पीडीएफ बुक, पीडीएफ फ़ाइल से इस वेबसाइट के मालिक का कोई संबंध नहीं है और ना ही इसे हमारे सर्वर पर अपलोड किया गया है।
यह मात्र पाठको की सहायता के लिये इंटरनेट पर मौजूद ओपन सोर्स से लिया गया है। अगर किसी को इस वेबसाइट पर दिये गए किसी भी Pdf Books से कोई भी परेशानी हो तो हमें newsbyabhi247@gmail.com पर संपर्क कर सकते हैं, हम तुरंत ही उस पोस्ट को अपनी वेबसाइट से हटा देंगे।
Novel in Hindi PDF Free Download


अक्टूबर जंक्शन नावेल | Download Now |
चौरासी 84 नावेल | Download Now |
प्रतिज्ञा नावेल | Download Now |
तमस नावेल | Download Now |
Romantic Novels in Hindi Free Download

जुहू चौपाटी उपन्यास Pdf | Download Now |
पीली छतरी वाली लड़की उपन्यास | Download Now |
लव स्टोरी उपन्यास | Download Now |
एक प्रेम कहानी मेरी भी | Download Now |
अनुपमा गांगुली का चौथा प्यार | Download Now |
देवदास नॉवेल | Download Now |
कुल्हड़ भर इश्क़ उपन्यास | Download Now |
पिंजर उपन्यास | Download Now |
अनकहे अहसास | Download Now |
एक लड़की फूल एक लड़की कांटा | Download Now |
Hindi Suspense Novel PDF Download

मायावन एक रहस्यमय जंगल उपन्यास | Download Now |
सबसे बड़ी मिस्ट्री उपन्यास | Download Now |
शैतान नावेल | Download Now |
दुल्हन मांगे दहेज़ | Download Now |
जलती चट्टान | Download Now |
Hindi Novel Surendra Mohan Pathak Free Download Pdf


मलिका का ताज उपन्यास Pdf Download | Download Now |
निम्फोमैनियाक उपन्यास फ्री डाउनलोड | Download Now |
खुनी घटना सुरेंद्र मोहन पाठक | Download Now |
जीत सिंह – दस लाख सुरेंद्र मोहन पाठक नावेल | Download Now |
लंबे हाथ Novel Pdf Download | Download Now |
बीवी का नशा सुरेंद्र मोहन पाठक नावेल | Download Now |
मदारी उपन्यास डाउनलोड | Download Now |
दस मिनट उपन्यास डाउनलोड | Download Now |
नौकरी डॉट कॉम वेद प्रकाश शर्मा उपन्यास पीडीऍफ़ | Download Now |
पैंसठ लाख की डकैती सुरेंद्र मोहन पाठक | Download Now |
मलया गिरि के वन में बहुत सारे जीव-जंतु रहते थे। वहां बहुत सारी चींटियों का समूह भी रहता था। चींटियों की रानी मीता का वहां रहने वाली काली कोयल बहुत मित्रता थी। वरसात का मौसम था। कई दिनों से जोरदार बारिस हो रही थी। मलया गिरि के वन में चारो तरफ पानी भर गया था।
सभी जीव-जंतु पशु-पक्षी प्रकृति के इस रौद्र रूप से परेशान हो गए थे। हर कोई अपनी जान बचाने में लगा हुआ था। चींटियों की रानी अपनी बिल मे बैठी परेशान हो रही थी। उसने सोचा क्यों नहीं घर के दरवाजे से झांक कर बरसात का आनंद लिया जाय।
वह जैसे ही बाहर जाने का प्रयास करने लगी सभी चींटियों ने उसे कहा रानी साहिबा! बाहर बहुत तेज बरसात हो रही है आप बाहर मत जाइये आपकी जान को खतरा हो सकता है। रानी चींटी मीता अपने साथियो से बोली मैं अपनी सुरक्षा के लिए चार और चींटियों को साथ ले जा रही हूँ।
इन सबके रहते मुझे कुछ नहीं होगा पर होनी को कैसे टाला जा सकता है? रानी चींटी मीता जैसे ही अपने दरवाजे पर अपने साथियो के साथ पहुंची वैसे ही पानी का एक बड़ा रेला आया रानी चींटी अपने दो साथियो के साथ पानी में बह गयी। उसके बचे हुए दो साथी वापस बिल में जाकर सबको सूचित कर दिए कि रानी चींटी अपनी दो साथियो के साथ बह गयी।
यह बात सुनकर चींटियों का समूह उदास हो गया लेकिन कोई उपाय न देखकर ईश्वर के ऊपर भरोसा करके बैठ गए। नीम की एक डाल पर काली कोयल जो चींटी रानी मीता की दोस्त थी यह सब देख रही थी। उसने बारिस में ही भींगते हुए एक सूखी टहनी तोड़कर अपने चोंच में लेकर उड़ते हुए रानी चींटी मीता और उसके दो सहयोगियों के पास जाकर उस सूखी टहनी को पानी गिराते हुए बोली।
रानी मीता! आप अपने दोनों सहयोगियों के साथ इस सूखी टहनी पर चढ़कर जान बचाने का प्रयास करो। पानी का वेग कम हो गया था। बरसात भी रुक गयी थी। रानी चींटी अपने सहयोगियों के साथ उस सूखी टहनी पर चढ़कर जान बचा लिया। उसने अपने मित्र काली कोयल को धन्यवाद दिया।
कुछ समय के बाद वह अपने दोनों सहयोगियों के साथ घर पहुँच गयी। सभी चींटियां रानी मीता और दोनों सहयोगियों को देखकर बहुत खुश हुई। समय का चक्र घूमता रहता है। कुछ समय बीतने पर जंगल में एक बहेलिया आया। उसने एक जगह जाल बिछाकर दाना डाल दिया।
काली कोयल को भूख लगी थी। उसने देखा कि दो-तीन पक्षी दाना चुग रहे है तो वह भी भूख से परेशान होने के कारण दाना चुगने के लिए जमीन पर उतर गयी और बहेलिया के द्वारा बिछाये गए जाल में फंस गयी। चींटी रानी मीता यह सब देख रही थी।
उसने अपने दोस्त काली कोयल को दाना चुगने से मना भी किया था लेकिन भूख से परेशान होने के कारण उसने मीता की बातों पर ध्यान नहीं दिया। बहेलिया ने खुश होकर जाल उठाया और जाने लगा। मीता ने अपने दोस्त को छुड़ाने का फैसला कर लिया।
फिर अपने कई साथियो को लेकर बहेलिया के पीछे लग गयी। एक स्थान पर पानी पीने की गरज से बहेलिया रुका और पक्षियों से भरे जाल को नीचे रखा ही था कि मीता उसके साथियो ने बहेलिया के हाथ और पैरो पर जोरदार हमला कर दिया।
चींटियों के इस अचानक हमले से परेशान होकर बहेलिया ने अपने हाथ पैर की जलन को शांत करने के लिए पानी में धोना शुरू कर दिया। पक्षियों ने मौके का फायदा उठाया और फड़फड़ाते हुए जाल से आजाद हो गए प्रकृति के द्वारा उपकार का बदला अवश्य मिलता है।
मित्रों यह Hindi Novels आपको कैसा लगा, कमेंट बॉक्स में जरूर बतायें और Hindi Novels Download की तरह की पोस्ट के लिये इस ब्लॉग को सब्सक्राइब जरूर करें और इसे शेयर भी करें।
not working