हितोपदेश Pdf | Hitopadesha Pdf Hindi Download

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Hitopadesha Pdf Hindi

 

 

 

 

Hitopadesha Pdf Hindi

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

गंगा जी के किनारे पर पटना नाम का एक नगर है, वहां राजा के सम्पूर्ण गुणों से शोभायमान सुदर्शन नाम का एक राजा रहता था। एक समय उस राजा ने किसी को श्लोक पढ़ते हुए ये दो श्लोक सुने। अनेक संदेहो को दूर करने वाला और छिपे हुए अर्थ को दिखाने वाला शास्त्र सबका नेत्र है।

 

 

 

 

 

ज्ञानरूपी जिसके पास वह शास्त्र नेत्र नहीं है वह अंधा है। धन, प्रभुता, यौवन और अविचारता इनमे से एक भी हो तो अनर्थ के करने वाली है और जिसके पास ये चारो होय वहां का क्या ठीक है। इन दोनों श्लोको को सुनकर वह राजा शास्त्र को पढ़ने वाले तथा प्रतिदिन कुमार्ग में चलने वाले अपने लड़को के शास्त्र न पढ़ने से मन व्याकुल होकर सोचने लगा।

 

 

 

 

 

जो न पंडित है और न धर्मशील है ऐसा पुत्र उत्पन्न हुआ किस काम का? उत्पन्न नहीं हुआ तथा होकर मर गया और मुर्ख इन तीनो में से पहले दो अच्छे है और अंतिम अच्छा नहीं है क्योंकि पहले दोनों एक ही बार दुःख करने वाले है अंतिम क्षण-क्षण में दुःख देता है। पुस्तक को पूरा पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करे।

 

 

 

 

 

पुस्तक का नाम हितोपदेश Pdf
लेखक नारायण पंडित
भाषा हिंदी
साइज 7. 6 Mb
पेज 302

 

 

 

 

 

Hitopadesha Pdf Hindi Download

 

 

 

 

 

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