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Jyotish Aur Rog Pdf / ज्योतिष और रोग पीडीएफ
पुस्तक का नाम | ज्योतिष द्वारा रोग उपचार |
पुस्तक के लेखक | प्रेम कुमार शर्मा |
श्रेणी | ज्योतिष, उपचार |
साइज | 8MB |
कुल पृष्ठ | 213 |
फॉर्मेट | |
पुस्तक की भाषा | हिंदी |
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सिर्फ पढ़ने के लिए
सेतु बंध पर बहुत भीड़ हो गई। इससे कुछ वानर आकाश मार्ग से उड़ने लगे। दूसरे कितने ही जलचर जीवो के ऊपर चढ़कर पार जाने लगे।
चौपाई का अर्थ-
कृपालु श्री रघुनाथ जी तथा लक्ष्मण जी दोनों भाई ऐसा कौतुक देखकर हँसते हुए चले। श्री रघुवीर सेना सहित समुद्र के पार चले गए। वानरों और उनके सेनापतियों की भीड़ कही नहीं जा सकती है।
प्रभु ने समुद्र के पार डेरा डाला और सब वानरों को आज्ञा दी कि तुम जाकर सुंदर फल मूल खाओ। यह सुनते ही रीछ वानर जहां तहाँ दौड़ पड़े।
श्री राम जी की सेवा के लिए सब वृक्ष ऋतु कुचक्र समय की गति को छोड़कर फलो से लद गए थे। वानर भालू मीठे फल खा रहे है, वृक्षों को हिला रहे है और पर्वत के शिखर को लंका की तरफ फेक रहे है।
घूमते फिरते जहां कही राक्षस से मुलाकात हो जाती है तो सब उसे घेरकर खूब नाच नचाते है और दांतो से उसके नाक कान को भंग कर और प्रभु का सुयश कहकर तब उसे जाने देते है।
जिन राक्षसों के नाक कान भंग हो गए उन्होंने रावण से जाकर सब समाचार कहा। समुद्र पर सेतु का बांधा जाना सुनते ही रावण घबड़ाते हुए दसो मुख से बोल उठा।
5- दोहा का अर्थ-
वन निधि, नीर निधि, जलधि, सिंधु, वारीश, तोयनिधि, कंपति, उदधि, पयोधि, नदीश को क्या सचमुच ही बांध लिया?
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