नमस्कार मित्रों, इस पोस्ट में हम आपको Jyotish Shastra Mein Rog Vichar Pdf देने जा रहे हैं, आप नीचे की लिंक से Jyotish Shastra Mein Rog Vichar Pdf Download कर सकते हैं और आप यहां से आधुनिक ज्योतिष Pdf Download भी डाउनलोड कर सकते है।
Jyotish Shastra Mein Rog Vichar Pdf / ज्योतिष शास्त्र में रोग विचार पीडीएफ
पुस्तक का नाम | ज्योतिष द्वारा रोग उपचार |
पुस्तक के लेखक | प्रेम कुमार शर्मा |
श्रेणी | ज्योतिष |
फॉर्मेट | |
Pdf साइज | 8 MB |
कुल पृष्ठ | 213 |
पुस्तक की भाषा | हिंदी |
ज्योतिष द्वारा रोग उपचार पीडीऍफ़ डाउनलोड
सिर्फ पढ़ने के लिए
फिर तूने सुना ही होगा कि आकाश रूपी तालाब में मेरी भुजाओ रूपी कमल पर बसकर शिव जी सहित कैलाश हंस के समान शोभा को प्राप्त हुआ था।
चौपाई का अर्थ-
अरे अंगद! सुन, तेरी सेना में ऐसा कौन सा योद्धा है जो मुझसे भीड़ सकेगा। तेरा मालिक तो स्त्री वियोग में में बल हीन हो रहा है और उसका छोटा भाई उसी के दुःख से दुखी और उदास है।
तुम और सुग्रीव दोनों नदी के तट के वृक्ष हो। रहा मेरा छोटा भाई विभीषण सो वह भी बहुत कायर है। मंत्री जांबवंत बहुत ही बूढ़ा है। वह लड़ाई में क्या उद्यत हो सकता है?
नल-नील तो शिल्प कर्म जानते है वह भिड़ना क्या जाने? हां एक वानर जरूर महान बलवान है जो पहले आया था और जिसने लंका विध्वंस किया था। यह वचन सुनते ही बालि पुत्र अंगद ने कहा।
हे राक्षस राज! सच्ची बात कहो! क्या उसने सचमुच तुम्हारा नगर विध्वंस किया था? रावण जैसे जगतविजयी योद्धा का नगर एक छोटे से वानर ने विध्वंस कर दिया। ऐसा सुनकर उन्हें कौन सत्य कहेगा?
मित्रों यह पोस्ट Jyotish Shastra Mein Rog Vichar Pdf आपको कैसी लगी, कमेंट बॉक्स में जरूर बतायें और इस तरह की पोस्ट के लिये इस ब्लॉग को सब्सक्राइब जरूर करें और इसे शेयर भी करें।