कौटिल्य अर्थशास्त्र Pdf | Kautilya Arthashastra Pdf Hindi

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Kautilya Arthashastra Pdf

 

 

 

 

 

 

 

 

Kautilya Arthashastra Pdf Hindi

 

 

 

 

पुस्तक का नाम  कौटिल्य अर्थशास्त्र Pdf
भाषा  हिंदी 
साइज  243.5 Mb
पृष्ठ  452 
लेखक 

 

 

 

 

आचार्य चाणक्य को कौटिल्य के नाम से भी जाना जाता है। ,इनका जन्म तक्षशिला में ३७५ ईसा पूर्व हुआ था। चाणक्य एक महान अर्थशास्त्री थे ,इनके द्वारा लिखी गई पुस्तक (अर्थ शास्त्र )बहुत प्रसिद्ध है। आचार्य चाणक्य एक शाही सलाहकार ,राजनीतिज्ञ ,महान शिक्षक ,प्रधान मंत्री और पथ -प्रदर्शक थे इन्हें विष्णु गुप्त भी कहा जाता है आचार्य चाणक्य के पिता का नाम चणक था ,ऋषि चणक ही इनके गुरु भी थे चाणक्य के माता का नाम चनेश्वरी था।

 

 

 

 

वाल्यअवस्था में चाणक्य का दांत टूटने से इनकी शक्ल की कुरूपता बढ़ गई थी तथा एक पैर भी क्षति ग्रस्त हो गया था ,लेकिन बड़े होने पर यहएक किताब के लेखन से बहुत विख्यात हो गए थे ,इन्हें गुप्त साम्राज्य का संस्थापक कहा जाता है।

 

 

 

धनानंद की सभा में चाणक्य का अपमान होना –

 

 

मगध साम्राज्य का सम्राट धनानंद ने एक बार कई विद्वान् ब्राह्मणो को अपनी सभा में दान देने के लिए बुलाया था ,सभी ब्राह्मणो के साथ ही चाणक्य भी वहां गए हुए थे ,इनकी भद्दी सूरत और वेश -भूषा को देखकर सम्राट धनानंद को चिढ हो गई ,उसने चाणक्य को अपमानित करके अपने नौकरों के द्वारा सभा से निकाल दिया ,चाणक्य ब्राह्मण थे।

 

 

 

इनके जनेऊ का एक धागा खंडित हो गया उन्होंने धनानंद के शासन को समाप्त होने का श्राप दे दिया। चाणक्य के श्राप को सुन कर धनानंद क्रोधित होकर अपने नौकरों से इन्हें पकड़ने का आदेश दिया परन्तु धनानंद के पुत्र पब्बता ने इनकी सहायता किया जिससे चाणक्य बच गए।

 

 

 

चद्रगुप्त और चाणक्य द्वारा द्घनानंद पर आक्रमण –

 

 

 

आचार्य चाणक्य ने गांव में जाकर कई लोंगो को एकत्रित करके एक विशाल सेना का निर्माण किया फिर (पाटलिपुत्र )जो धनानंद की राजधानी थी ,उसपर चंद्र गुप्त के साथ आक्रमण करके धनानंद को पराजित कर दिया। एक महिला की बात से सीख ले कर चाणक्य ने चंद्र गुप्त के साथ धनानंद के राज्य के समीप के कई राज्यों पर आक्रमण करके उन्हें भी जीत लिया ,ऐसा करते हुए इन्होने (पाटलिपुत्र )को भी जीत कर धनानंद का शासन समाप्त कर दिया।

 

 

 

मौर्य साम्राज्य के प्रधान मंत्री –

 

 

 

आचार्य चाणक्य को चंद्र गुप्त ने अपना प्रधान मंत्री नियुक्त कर दिया था। चंद्र गुप्त के राज्य के सभी निर्णय आचार्य की सहमति से होते थे। आचार्य के बनाये गए निति -नियम सम्राट चंद्र गुप्त के राज्य की देख -रेख करने में बहुत उपयोगी होते थे। आचार्य चाणक्य ने गांव ,शहर तथा भवनों को इस प्रकार से बनवाया था कि वह स्वच्छता के साथ शत्रुओं से सुरक्षित भी रहें ,चाणक्य ने राजकीय कार्य के लिए ऐसा नियम बनाया था जिसमे भ्र्ष्टाचार के लिए कोई जगह नहीं थी।

 

 

 

 

Kautilya Arth  Shastra -चौथी शती ईसा पूर्व चाणक्य द्वारा रचित एक संस्कृत ग्रन्थ है। इसमें अर्थ व्यवस्था के बारे में नहीं बल्कि सम्पूर्ण जीवन व्यवस्था के बारे में विस्तार से बताया गया है। इसमें राज्य व्यवस्था ,कृषि ,न्याय ,परिवार ,आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी है।

 

 

 

 

Kautilya arth shastra Indian Politics का प्रसिद्ध ग्रंथ है। इस ग्रंथ की महत्ता को देखते हुए कालांतर में कई प्रसिद्ध विद्वानों इसके भाषा ,व्याख्या पर बहुमूल्य कार्य किया है। इन में भारतीय विद्वान शाम शास्त्री, गणपति शास्त्री और प्रथमनाथ बनर्जी  का नाम प्रमुख है।

 

 

 

 

यूरोपीय विद्वान हर्मान जैकोबी, डा.जोली, प्रो.ए बी.कीथ प्रमुख हैं। कहा जाता है की सन1905 में Sauth Indian के बज्जोर कांड के एक ब्राह्मण ने मैसूर गवनर्मेंट प्राच्य पुस्तकालय में कौटिल्य अर्थशास्त्र की हस्थलिखित पुस्तक भेँट की थी।

 

 

 

 

उस समय के तत्कालीन अध्यक्ष श्री शाम शास्त्री ने उस पुस्तक का सूक्ष्म अध्ययन करने के बाद 1909 में हिंदी में प्रकाशित किया और 1915 में भट्ट स्वामी की आंशिक टीका के आधार पर इसे English में प्रकाशित किया गया इस पुस्तक के प्रकाशित होते ही देश -विदेश में तहलका मच गया क्यों की?

 

 

 

 

इस पुस्तक में शासन -विज्ञान के बारे में ऐसी जानकारियां लिखी हुयी थी जिनके संदर्भ में Indians को हमेशा अनभिज्ञ समझा जाता था। कौटिल्य अर्थशास्त्र राज्य के शासन का ब्लू प्रिंट था। उसमे वह सभी बातें लिखी हुयी हैं जो राज्य की शासन व्यवस्था के लिए आवश्यक हैं।

 

 

 

 

एक राजा को अपनी कार्य प्रणाली कैसी रखनी चाहिए? उस राज्य की सुरक्षा व्यवस्था, राजा -प्रजा के बीच संबंध आदि सभी का वर्णन इसमें किया गया है। इसे पूरा पढ़ने के लिए नीचे की लिंक पर क्लिक करे।

 

 

 

 

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Kautilya Arthashastra Pdf Hindi

 

 

 

 

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