नमस्कार मित्रों, इस पोस्ट में हम आपको Maharshi Mehi Hindi books देने जा रहे हैं, आप नीचे की लिंक से इसे डाउनलोड कर सकते हैं और यहां से Kauwa Tantra book Pdf डाउनलोड कर सकते हैं।
Maharshi Mehi Hindi books Download
भागलपुर जिला (बिहार) के मायागंज मुहल्ले के पास भागीरथी गंगा के पावन तट पर ‘मेही महाराज’ भव्य और विशाल आश्रम वर्तमान समय में भी अध्यात्म और ज्ञान की स्वर्णिम गरिमामय आभा का चतुर्दिक प्रसार कर रहा है। महर्षि मेही परमहंस महाराज जी ऋषियों और संत की अनवरत आदि काल से चली आ रही परंपरा के आधुनिक कड़ी ध्वज के वाहक है।
महर्षि मेही परमहंस जी का अवतरण इस धरा धाम पर विक्रमी संवत 1942 को वैशाख शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि के अनुसार अंग्रेजी माह अप्रैल 1885 दिन मंगलवार को बिहार राज्य के सहरसा जिला (वर्तमान में मधेपुरा) के उदकिशुनगंज थाना के अंतर्गत खोखली श्याम (मझुआ) नामक ग्राम में अपने नाना के घर हुआ था। महर्षि मेही परमहंस के शिर पर जन्म के समय से ही सात जटाएं विद्यमान थी। जो प्रतिदिन सुलझाने के बाद भी दूसरे दिन पुनः स्वतः ही उलझ जाती थी।
सद्गुरु मेही महाराज को सभी लोगो ने समझा कि अवश्य ही यह बालक किसी महान योगी का अवतार होगा। मेही महाराज के नामकरण के लिए ज्योतिषी रामनग्रह लाल दास नाम सुझाया था लेकिन इनके पिता के चाचा भारतलाल दास जी ने बालक का नाम परिवर्तित करते हुए ‘मेही लाल’ रख दिया।
पश्चात में मेही लाल के सद्गुरु जी महाराज ने भी इनके नाम की सार्थकता का सहर्ष रूप से पूर्ण समर्थन किया था।महर्षि मेही लाल का पितृ गृह पूर्णिया जिला के बनमनखी थाना अंतर्गत सिकड़ीगढ़ धरहरा नामक ग्राम में है।
Book Name | Maharshi Mehi Hindi books |
लेखक | Sadguru Maharshi Mehi Paramhansa Jee Maharaj |
Format | |
Total Page | 54 |
Size | 212.3K |
ज्ञान योग युक्त इश्वर की भक्ति Pdf
इश्वर का स्वरुप और उसकी प्राप्ति Pdf
यह मात्र पाठको की सहायता के लिये इंटरनेट पर मौजूद ओपन सोर्स से लिया गया है। अगर किसी को इस वेबसाइट पर दिये गए किसी भी Pdf Books से कोई भी परेशानी हो तो हमें newsbyabhi247@gmail.com पर संपर्क कर सकते हैं, हम तुरंत ही उस पोस्ट को अपनी वेबसाइट से हटा देंगे।
मित्रों यह पोस्ट Maharshi Mehi Hindi books आपको कैसी लगी, कमेंट बॉक्स में जरूर बतायें।