नमस्कार दोस्तों, आज के पोस्ट में हम Narsimha Puran Pdf In Hindi के बारे में जानेंगे और आप Narsimha Puran Pdf In Hindi को नीचे दी गयी लिंक से DOWNLOAD कर सकते है साथ ही आप Brahma Vaivart Puran Pdf In Hindi को भी डाउनलोड कर सकते है।
Narsimha Puran Pdf
पर्वत, द्वीप, समुद्र और ग्रह ताराओं सहित समस्त लोक तथा देवता असुर और मनुष्यादि प्राणी सभी उस अंड से प्रकट हुए है। परमेश्वर भगवान विष्णु स्वयं ही रजोगुण से युक्त ब्रह्मा का स्वरुप धारण कर संसार की सृष्टि में प्रवृत्त होते है। जब तक कल्प की सृष्टि रहती है तब तक वे ही नरसिंहादिरूप से प्रत्येक युग में अपने रचे हुए इस जगत की रक्षा करते है और कल्पांत में रूद्र रूप से इसका संहार कर लेते है।
भगवान अनंत स्वयं ही ब्रह्मारूप से सम्पूर्ण जगत की सृष्टि करते है फिर इसके पालन की इच्छा से रामादि अवतार धारण कर इसकी रक्षा करते है और अंत में रूद्र रूप होकर समस्त जगत का नाश कर देते है। सूत जी कहते है – भरद्वाज! भगवान नरसिंह जिस प्रकार ब्रह्मा होकर जगत की सृष्टि के कार्य में प्रवृत्त होते है उसका भी मैं वर्णन करता हूँ सुनिए।
‘विद्वन’ नारायण नाम से प्रसिद्ध लोकपितामह भगवान ब्रह्मा नित्य सनातन पुरुष हो तथापि वे उत्पन्न हुए है ऐसा उपचार से कहा जाता है उनके परिमाण से उनकी आयु सौ वर्ष की बताई जाती है। उस सौ वर्ष का नाम ‘पर’ है। उसका आधा ‘परार्ध’ कहलाता है।
निष्पाप महर्षे! साधुशिरोमणे! मैंने तुमसे भगवान विष्णु के जिस काल स्वरुप का वर्णन किया था उसी के द्वारा उस ब्रह्मा की तथा दूसरे भी जो पृथ्वी, पर्वत और समुद्र आदि पदार्थ एवं चराचर जीव है उनकी आयु का परिमाण नियत किया जाता है। पूरी किताब पढ़ने के आप नीचे की लिंक से इसे डाउनलोड करे।
Narsimha Puran Pdf In Hindi Download
पुस्तक का नाम | नरसिंह पुराण Pdf |
भाषा | हिंदी |
साइज | 650.3 Mb |
पृष्ठ | 318 |
लेखक | — |
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