नमस्कार दोस्तों, आज के पोस्ट में हम Shodh Pravidhi Book Pdf के बारे में जानेंगे और आप Shodh Pravidhi Book Pdf को नीचे दी गयी लिंक से DOWNLOAD कर सकते है साथ ही आप Shukraniti in Hindi Pdf को भी डाउनलोड कर सकते है।
Shodh Pravidhi Book Pdf
ज्ञान के क्षेत्र में शोध का कार्य निरन्तर जारी रहता है। शोध ज्ञान की किसी एक सीमा तक पहुँचकर रुक नहीं जाता, वह आगे बढ़ता ही जाता है। विज्ञान के सिद्धान्तों को लोग प्रायः शाश्वत मानते रहे हैं। अब यह मान्यता भी खण्डित होने लगी है। वे परिस्थिति-विशेष में भले ही सत्य अथवा अकाट्य रहे हों पर उनकी सत्यता और अकाट्यता सर्वकालिक सिद्ध नहीं हो पायी।
उदाहरणार्थ – पहले अणु को पदार्थ का न्यूनतम अंश माना जाता था पर आधुनिक शोध ने परमाणु को उसका न्यूनतम अंश सिद्ध किया है। यद्यपि इसे आधुनिक शोध कहा गया है परन्तु भारतीय सांख्यकारों ने इसका सदियों पूर्व अन्बेषण कर लिया था। वे तो परमाणुओं को तन्मात्राओ से निर्भित मानते हैं।
अतः परमाणु भी पदार्थ का सूक्ष्म अवयव नहीं है। परमाणु से सृक्ष्म तन्मात्राएं हैं जिनका आधुनिक वैज्ञानिक संभवत: अनुसंधान करें। इसी प्रकार पहले पदार्थ और ऊर्जा को दो भिन्न तत्त्व माना जाता था, पर अद्यतन आविष्कार ने दोनों को एक ही सिद्ध कर दिया है।
आइन्सटाइन की इस सिद्धि से प्रेरित होकर जम॑नी के वैज्ञानिक हान और स्टासगान को पदार्थ की ऊर्जा में परिवर्तित कर देने में सफलता प्राप्त हुई। यूरेनियम पदार्थ यदि विशेष मात्रा में एक साथ रख दिए जाएँ तो उसके परमाणु अपने-आप टूटने लगते हैं और इस दूटन से भयंकर अग्नि निःसृत होती है। पूरी किताब पढ़ने के आप नीचे की लिंक से इसे डाउनलोड करे।
पुस्तक का नाम | शोध प्रविधि book pdf |
भाषा | हिंदी |
साइज | 63.4 Mb |
पृष्ठ | 228 |
लेखक | विनय मोहन शर्मा |
Shodh Pravidhi Book Pdf Download
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