Tiger Ke Hindi Novel Pdf Download

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सिर्फ पढ़ने के लिए

 

 

 

तभी एक बड़ा डा. बोला – निशा जी अब रोशन के सभी अंग काम करने लगे है अब रोशन दो तीन में ठीक हो जायेगा लेकिन पूर्ण स्वस्थ होने में एक महीना का समय लगेगा। निशा को उस छोटी बच्ची का बोला हुआ वाक्य उनके कानो में गूंजने लगा।

 

 

 

 

आंटी छोटू ठीक हो जायेगा। इन खिलौनों का छोटू के बिना कोई महत्व नहीं है। निशा भारती को लगा जैसे वह छोटी बच्ची के मुंह से स्वयं भगवान ही रोशन को ठीक होने का आशीर्वाद दे रहे थे।

 

 

 

प्रताप भारती आगरा में बस से उतरकर ऑटो रिक्शा लेकर सीधे सरोज क्लिनिक के सामने जाकर रुक गए और रिक्शे का किराया देकर सरोज क्लिनिक की तरफ चल दिए। डा. निशा भारती के क्लिनिक में बहुत ही भीड़ थी। प्रताप भारती बाहर ही रुक गए।

 

 

 

 

जब थोड़ा मरीजों की संख्या कम हुई तो सरिता की निगाह सामने एक आदमी के ऊपर पड़ी वह डा. भारती से बोल पड़ी मम्मी वह देखो कौन है तभी निशा बोली यह तुम्हारे नाना जी है चलो इन्हे प्रणाम करो। सरिता अपने दोनों छोटे हथेली को आपस में मिलाते हुए बोली प्रणाम नाना जी।

 

 

 

 

प्रताप भारती ने उसे गोद में उठा लिया और निशा के साथ ही बात करने लगे। दीपक वही बैठा हुआ था। प्रताप ने पूछा यह कौन है? निशा बोली यह दीपक है इनको रिक्शे वाले ने ठोकर मार दिया था इन्हे अस्पताल में मैंने भर्ती करा दिया था।

 

 

 

 

काफी घाव लगी थी इन्हे आज ही मैं अस्पताल से निकालकर इन्हे ले आयी हूँ। प्रताप ने दीपक की तरफ देखते हुए कहा कि यह जरूर पीता होगा। तभी इसके साथ इतनी बड़ी दुर्घटना हो गयी। निशा मैं तुमसे बात करना चाहता हूँ क्योंकि मुझे कल शाम को बंगलोर पहुंचना है।

 

 

 

 

सरोज क्लिनिक से मरीज चले गए थे निशा और प्रताप में बाते होने लगी थी। प्रताप बोले – निशा बेटी जिस प्रकार से तुमने अपने मां के नाम से यह सरोज क्लिनिक खोल रखा है उसी तरह से मैं भी अपने गांव गंगापुर में सरोज सेवा केंद्र को शुरू किया है और उसकी देख-रेख करने के लिए अपने दोस्त रघुराज सोनकर को तैयार किया है।

 

 

 

 

उस सरोज सेवा केंद्र के माध्यम से बेसहारा लड़कियों की परवरिश उनकी शिक्षा तथा उनकी शादी इत्यादि का सारा खर्च सरोज सेवा केंद्र के द्वारा होगा और जो बाजार में हनुमान जी का मंदिर है वहां आने जाने वाले श्रद्धालुओं को चाय और अल्पाहार की व्यवस्था भी सरोज सेवा केंद्र की  होगी।

 

 

 

ऐसे बहुत से सामाजिक कार्य है जो सरोज सेवा केंद्र के द्वारा किए जायेंगे। इसके लिए मैं अपने दोस्त को प्रतिमाह पचास हजार रुपये देता रहूंगा।

 

 

 

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